streaming platforms vs cinema: क्या theatres गायब हो जाएंगे

Introduction

पिछले कुछ सालों में entertainment की दुनिया में काफी बदलाव देखने को मिला है। OTT(on the top) या video streaming platforms जैसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, डिज्नी प्लस हॉटस्टार ने तूफान की तरह cinema को बदल कर रख दिया है। इस बात का प्रमाण देता है इन streaming platforms का मार्केट साइज और इनका वार्षिक रिवेन्यू जो की $150 billion जो की 2021 में था अब बढ़कर 2023 में $316 billion तक पहुंच गया है। इसने हर साल लगभग 15- 20% की वार्षिक ग्रोथ दिखाई है। 2027 तक इसका वार्षिक revenue $416 billion तक पहुंचने का अनुमान है।

ये streaming platforms विभिन्न प्रकार के content जैसे की मूवीज, डाक्यूमेंट्री, टीवी शोस, कॉमेडी शो subtitle के साथ अलग अलग भाषाओं में high resolution में प्रदान करते हैं जिस कारण आज के समय में हमें मूवी थिएटर में जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। सिनेमा घरों में फिल्म देखने के लिए हमे अपने शेड्यूल के हिसाब से प्लानिंग करनी पड़ती है पर इन streaming platforms के होते हुए हम कभी भी, कहीं भी और कुछ भी किसी भी समय अपने घरों में सुविधा अनुसार देख सकते हैं बस जरूरत है तो इंटरनेट कनेक्शन और इंटरनेट से चलने वाले डिवाइस की।

जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है viewers की choices भी बदल रही है। हालांकि इन मूवी थिएटर्स और streaming platforms के अपने अपने-अलग फायदे और नुकसान है जो कि हम जानेंगे इस आर्टिकल में। आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे क्या ये streaming platforms भविष्य में पूरी तरह सिनेमाघर को रिप्लेस कर देंगे या नहीं।

Advantages of streaming platforms:

• Personal Comfort: इन streaming platforms के कारण हम अपनी इच्छा और पसंद अनुसार कुछ भी, कहीं भी और कभी भी बिना बाहर जाए अपने घर में ही देख सकते हैं। ये platforms आपको वही सुझाव देते हैं जो आपको पसंद है और आप देखना चाहते हैं।

Diversity of contents: ये streaming platforms अलग अलग genre और विषय पर आधारित विविध प्रकार के TV shows, movies, songs, events प्रस्तुत करते हैं जो viewers की रुचि को बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा ये shows अलग-अलग भाषाओं में भी उपलब्ध होते हैं जिसे हर कोई अपनी choice के हिसाब से देख सकता है।

Original content: कई बार इन प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध फिल्में इन प्लेटफार्म द्वारा खुद ही निर्मित होती है जो आपको कहीं और देखने के लिए नहीं मिलती है और तो और आप अपनी इच्छानुसार इन्हें डाउनलोड करके ऑफलाइन कभी भी देख सकते हैं।

Global shows: इन streaming platforms की मदद से आप किसी भी देश के मनपसंद shows और movies आसानी से अपनी भाषा में देख सकते हैं। इनकी paid service की कीमत भी बहुत कम होती है जो आपके बिना विज्ञापन के movies का आनंद उठाने का अनुभव देती है।

Accessibility: थिएटर्स में मूवी देखने के लिए प्रत्येक दर्शक का टिकट का पैसा अलग-अलग लगता है पर इन platforms पर एक ही मूवी को आप जितने चाहे उतने दर्शक के साथ देख सकते हैं। इसके साथ ही इनकी प्लेटफार्म fees 149 to 199₹ होती है जिसे सामान्य आदमी भी pay कर सकता है।

disadvantages of streaming platforms:

Subscription fees: कई बार आपको अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर shows देखने के लिए अलग-अलग सब्सक्रिप्शन फीस देनी पड़ती है जो महंगा हो सकता है।

Confusion: इन streaming platforms पर भारी मात्रा में content उपलब्ध होता है जिस कारण यह चुनना मुश्किल हो जाता है कि हमें क्या देखना चाहिए। इंटरनेट भी अच्छा होना चाहिए नहीं तो हाई क्वालिटी वीडियो देखना मुश्किल होगा।

Binge watch: इन प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट की उपलब्धता हमेशा होती है जिसके कारण लोग binge watch(लगातार देखना) करते है जिससे आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

Content Leak: कई बार इन प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध फिल्में telegram और अन्य website पर लीक हो जाती है जिससे लोगों के सब्सक्रिप्शन लेने में रुचि घट जाती है और इन platforms को नुक्सान उठाना पड़ता है।

Delay in release: थिएटर में रिलीज होने वाली फिल्में ott पर कुछ दिनों बाद रिलीज होती है जिससे viewers को कुछ दिनों तक इंतजार करना पड़ता है।

Cinematic 3D experience: इन ott पर उपलब्ध फिल्में आप किसी भी डिवाइस पर देख सकते हैं जैसे मोबाइल फोन टैबलेट या लैपटॉप पर सिनेमा वाले अनुभव से आप वंचित रह जाते हैं

advantages of movie theatres:

Better experience: थिएटर्स की मूवी में साउंड इफेक्ट काफी अच्छा होता है जो घर में महसूस कर पाना मुश्किल होता है। इसके साथ ही थिएटर की मूवी के बीच में आने वाले सॉन्ग को सुनने का मजा साउंड इफेक्ट के कारण ज्यादा होता है।

Memories: अपने परिवार या दोस्तों के साथ सिनेमाघर में जाकर फिल्म देखना एक अच्छा अनुभव होता है। इससे हम अपने लोगो के साथ अच्छी memories बना पाते हैं। वहां उपलब्ध जनता भी माहौल को रोमांचक बना देती है खास करके कॉमेडी वाली फिल्मों में लोग जैसे शोर मचाते हैं।

Visual effects: थिएटर्स में बड़ी स्क्रीन और विजुअल इफैक्ट लगी हुई होती है जिसे देखने का मजा अलग ही होता है जो हमें घर में नहीं मिलता और इसके साथ ही 3D इफेक्ट वाली फिल्मों को चश्मे का इस्तेमाल करके देखने का आनंद अलग होता है।

New release: नहीं रिलीज होने वाली फिल्में streaming platforms पर कुछ समय बाद आती हैं पर सिनेमाघर में आप रिलीज होते ही देख सकते हैं।

No distractions: बिना किसी डिस्ट्रैक्शन के लगातार फिल्मों को देखने के लिए सिनेमा घर ज्यादा अच्छा विकल्प है। घर में अक्सर किसी काम के कारण डिस्ट्रैक्शन हो ही जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो सिनेमा घर आपके लिए बेहतर विकल्प है।

disadvantages of movie theatres:

Cost: movie ticket price हर शहर में अलग अलग हो सकता है। पर एक movie देखने के लिए आपको छोटे शहर में भी 150-200₹ तक pay करना पड़ सकता है और तो और वहां पर उपलब्ध खाने वाली चीजे भी महंगी होती है जो सामान्य लोगों के लिए afford कर पाना मुश्किल हो सकता है।

Disturbance: सिनेमाघरों में मूवी देखने के बीच में ज्यादा भीडभार होने के कारण लोग comments और शोर करते हैं जिससे viewers को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही कई बार सीट की हालत खराब होने के कारण बैठने की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।

Rewind or Replay: Theatres में कोई भी show देखते समय अगर कोई चीज छूट जाए तो आप उसे दोबारा नहीं देख सकते या किसी असुविधा के कारण आपको बाहर जाना पड़ा तो आप उसे rewind कर वापस नहीं देख सकते।

Schedule: Theatres में मूवी देखने के लिए आपको उसके schedule के हिसाब से plan बनाना पड़ता है। इसके लिए जरूरी है की आपका schedule, theatre से मेल खाए।

Travel: थियेटर तक पहुंचने के लिए आपको अपना पेट्रोल का खर्च उठाकर सफर करना पड़ता है, और बड़ी फिल्मों में भीड़भाड़ होने के कारण पार्किंग ना मिलने की समस्या भी हो सकती है।

streaming platforms vs cinema:

क्यों streaming platforms है सिनेमा से बढ़िया विकल्प:

• ये streaming platforms आपको binge watch करने की सुविधा प्रदान करते हैं जो आपको theatres में नही मिलेगी। इसके अलावा आप अपने खुद के डिवाइस पर घर बैठे content consume कर सकते हैं।

• इन streaming platforms की subscription fees में आप बहुत सारे shows देख सकते हैं, पर theatres की टिकट प्राइस में आप एक ही मूवी या इवेंट enjoy कर सकते हैं।

• इन platforms पे आप विभिन्न प्रकार के content consume कर सकते हैं वही सिनेमाघर में आपको टिकट प्राइस देनी पड़ती है किसी भी एक show को देखने के लिए।

क्या बाते बनाती है सिनेमा को खास:

• Theatres में हमे 3D, 4Dx, IMAX जैसे अलग अलग अनुभवों का मजा लेने के लिए मिलता है जो हम घर मे नही ले सकते।

• Theatres में हमे movies या shows बड़ी screen के साथ अलग अलग vusual effects और sound quality के साथ देखने को मिलते हैं जो घर में पा पाना थोड़ा मुश्किल हैं।

• सिनेमाघरों का लोगों से भरा होना उस वातावरण में movie dekhne का मजा बढ़ा देता है और एक अच्छा अनुभव हो सकता है।

क्या streaming platforms, cinema को खत्म कर देंगे

इन streaming platforms ने पुराने सिनेमाघरों के model को disrupt करना तो शुरू कर दिया है और आगे भी करते रहने की संभावना है। पर क्या ये streaming platforms पूरी तरह सिनेमघरों की जगह ले सकते हैं ये एक बहस का विषय है क्योंकि दोनों में अलग-अलग प्रकार की विशेषताएं हैं जो इस बात पर निर्भर करती है कि viewers क्या चाहते हैं। दोनों के अपने-अपने ही फायदे और नुकसान है पर बात करें अगर इन streaming platforms की तो यह भविष्य में अपनी पकड़ मजबूत करते दिख रहे हैं।

हालांकि theatres के पूरी तरह से गायब होने की संभावना नहीं है। यह सिनेमा घर अपने विकास के लिए काम कर रहे हैं। थिएटर खुद को ओटीटी से अलग करने के लिए IMAX, 3D और लक्जरी सीटिंग जैसे प्रीमियम अनुभवों की ओर ध्यान दे रहे हैं जो consumers को अपनी तरफ आकर्षित कर सकता है।

निष्कर्ष:

दोनों ही प्रारूप अपनी-अपनी जगह अलग-अलग अनुभव प्रदान करते हैं। प्रत्येक प्रारूप अलग-अलग दर्शकों की प्राथमिकताओं और जरूरतों को पूरा करेगा। मनोरंजन की दुनिया में दोनों के लिए जगह शेष है।

जैसे-जैसे प्रौद्योगिकी आगे बढ़ रही है और दर्शकों की आदतें बदल रही हैं, theatres और streaming platforms दोनों ही अपने अपने दर्शकों के अनुकूल विकसित हो रहे हैं, जिससे पारंपरिक फिल्म देखने और इन streaming platforms के बीच संतुलन बनेगा।

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