क्या हो अगर आपको एक ही जगह पर रहकर हमेशा के लिए एक ही ऑफिस में काम न करना पड़े। कैसा लगेगा आपको जब आप अलग-अलग जगह घूमने भी जाए और साथ में अपना काम भी डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से उस जगह पर कर पाए। तो आज हम बात करने वाले है डिजिटल नोमाडिज्म की, जहां पर इंसान अपनी पसंद की जगह पर रहकर भी अपना काम कर पाता है। तो आज हम जानेंगे-
1: क्या है डिजिटल नोमाडिज्म ? |
2: डिजिटल नोमाडिज्म के तेजी से बढ़ने का कारण |
3: डिजिटल नोमेड्स की जिंदगी के फायदे |
4: क्या क्या चुनौतियां आती हैं इस जीवनशैली को अपनाने के लिए |
5: डिजिटल नोमेड्स के लिए पॉपुलर जगहें |
6: निष्कर्स |
किसी एक स्थाई जगह में हमेशा के लिए काम करने के बजाय जब इंसान दुनिया की किसी भी जगह में रहकर भी टेक्नोलॉजी की मदद से अपना काम कर सकते हैं। उसे डिजिटल नोमाडिज्म कहते है। और उन इंसानों को डिजिटल नोमेड्स कहा जाता है। कल्पना करें कि आप यात्रा करते समय दूसरे शहर में भी लैपटॉप की मदद से अपना काम कर रहे हैं। अपने काम को बिना रुकावट कर पाना वह भी नई जगहों को एक्सप्लोर करने की स्वतंत्रता के साथ डिजिटल नोमाडिज्म का आधार है। इसके कारण ही डिजिटल नोमेड्स अपने काम करने की जगह और समय डिसाइड कर सकते हैं। इसमें अपने खुद के शेड्यूल पर काम करने की छूट मिलती है।हालांकि यह पूरी तरह से टेक्नोलॉजी और इंटरनेट कनेक्शन पर निर्भर करता है।
डिजिटल नोमाडिज्म के तेजी से बढ़ने का कारण
कोविड -19 के कारण डिजिटल नोमाडिज्म के इस कॉन्सेप्ट में उछाल देखने को मिला है। महामारी के दौरान लोग घरों में काम कर रहे थे इसलिए लोगों को अब लोकेशन पर निर्भर न रहने वाले काम पसंद आ रहे हैं। एक स्टडी के बाद पता चला की 2025 तक अमेरिका में रिमोट वर्कर्स की संख्या 35 मिलियन (3.5 करोड़) तक हो जाएगी जो की अमेरिका की वर्कफोर्स का 22% है।
टेक्नोलॉजी में विकास के कारण इस ट्रेंड को बढ़ावा मिल रहा है। इंटरनेट कनेक्शन में विकास, ग्रुप मीटिंग की सुविधा डिजिटल नोमेड्स के लिए काम आसान बना देती हैं। कई बड़ी-बड़ी कंपनियां भी इस बात को बढ़ावा दे रही हैं। जैसे की spotify ने कहा कि ‘यह महत्वपूर्ण नहीं है कि आप कहां से काम कर रहे हैं बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि आप क्या काम कर रहे हैं’।
एक अच्छी लाइफ स्टाइल जीने के लिए और अपनी इनकम का ज्यादा फायदा उठाने के लिए लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों पर जा सकते हैं जहां पर रहने के लिए खर्च कम हो और वह अपनी आय का ज्यादा हिस्सा बचा भी सकें।
डिजिटल नोमेड्स की जिंदगी के फायदे
यह कहा जा सकता है की डिजिटल नोमाडिज्म वाली जीवन शैली काफी तेजी से बढ़ रही है। अनुमान है कि 2035 तक इस दुनिया में 1 बिलियन डिजिटल नोमेड्स होंगे। पर ऐसा क्यों है? आइए जानते हैं इसके बारे में।
अब आप अपना काम करने वाला वातावरण खुद से बना सकते हो और जब चाहे इसे बदल सकते हो। आपको हर दिन एक ही जगह जाकर बैठकर किसी कंपनी में काम नहीं करना पड़ेगा। अपने समय के अनुसार कहीं पर रहकर भी काम कर सकते हैं। कम तनाव वाले माहौल में अपना काम शांति से कर सकते हैं और ऐसे वातावरण में आपको काम करने में भी मजा आएगा। आप अपने परिवार के साथ ज्यादा समय व्यतीत कर सकते हो।
आपको अलग-अलग कल्चर्स, समुदाय, फूड्स और भाषाओं को एक्सप्लोर करने का मौका मिलता है। इसके साथ ही नए वातावरण में आप बहुत कुछ नया सीख सकते हैं। ऐसे माहौल में आप अपने आप को किसी भी स्थिति में ढालने की क्षमता विकसित कर सकते हैं। बाहर की नई गतिविधियों का आनंद लेना, नई जगहों के हेल्दी फूड खाकर अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाना, अपनी मनपसंद हॉबीज पर काम करना जिंदगी को और भी ज्यादा खुशहाल और एक्साइटिंग बना देता है।
इस कॉन्सेप्ट में हमें अपने आपको अच्छे से जानने का मौका मिलता है, हमें क्या पसंद है, किस चीज से हमें खुशी मिलती है इत्यादि जिससे हमारा तनाव कम होता है, क्योंकि व्यक्तिगत आजादी की भावना हमें अच्छा महसूस कराती है।
क्या क्या चुनौतियां आती हैं इस जीवनशैली को अपनाने के लिए
इस तरह का जीवन जीना हमेशा सबसे आसान नहीं होता है। यह आपके व्यक्तिगत और कामकाजी जीवन दोनों में नई चुनौतियां लाएगा। आपको ऐसी चीजे देखने को मिल सकती है जो आपने पहले कभी अनुभव ना किया हो। हालांकि बहुत लोगों के लिए यह रोमांचक भी हो सकता है।
डेली रूटीन – अपने काम में प्रोडक्टिव होने के लिए हमें रोज के शेड्यूल और रूटीन की जरूरत पड़ती है। और इन शेड्यूल को हमें यात्रा के दौरान ही प्लान करना पड़ता है, जिसमें थोड़ी सी मुश्किल होती है। यहां तक कि अगर हम एक जगह पर लंबे समय के लिए भी रहते हैं तब भी हमें डेली रूटीन बनाने में मुश्किल होती है क्योंकि हमारा ध्यान उस नई जगह को एक्सप्लोर करने में लगा रहता है।
अकेलापन – अलग-अलग जगह पर लगातार आने-जाने के कारण भले ही दुनिया भर से हमारे बहुत से दोस्त बन जाते हैं और हम नए लोगों से मिलते हैं पर कुछ लोगो को अकेलापन महसूस होता है। जिसके कारण उन लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।
इसके अलावा टाइम जोन में अंतर, हर बार बजट प्लान करना और अलग कल्चर में अपने आप को ढालना, वहां की नई भाषा सीखना और लोगों से मेल जोल में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा वीजा की समस्या, और कुछ पिछड़े इलाकों में इंटरनेट कनेक्शन ना होना भी समस्या पैदा करता है
इन समस्याओं से पार पाने के लिए हमें सही ढंग से प्लानिंग करना है, और अपने आप को किसी भी स्थिति में ढालने के लिए योग्य बनाना है।
डिजिटल नोमेड्स के लिए पॉपुलर जगहें
ऐसे देश जहां पर रहने का खर्चा कम हो, एक स्थाई इंटरनेट कनेक्शन हो, आसानी से वीजा मिल जाता हो, डिजिटल नोमेड्स को अपनी तरफ आकर्षित करता है। डिजिटल नोमेड्स वहां पर अपनी जीवन शैली के अनुरूप कार्य कर सकते हैं। तो बात करते हैं कुछ ऐसे ही देशों की –
1: Estonia (एस्टोनिया): यह देश रिमोट वर्कर्स के लिए डिजिटल नोमेड वीजा की सुविधा देता है जिसके कारण एक अच्छा डिजिटल वातावरण प्रदान कर पाता है। यहां महीने का खर्चा लगभग $1000- $2000 डॉलर होता है राजधानी Tallinn है जहां पर हमें स्टार्टअप कल्चर और बढ़िया वर्क स्पेस देखने को मिलता है।
2: Bali Indonesia(बाली इंडोनेशिया): यहां का महीने का खर्चा $800-$2000 के बीच है। यह अपनी खूबसूरती, लग्जरी विलास, सुंदर बीचेज के लिए जाना जाता है। डिजिटल नोमेड्स के लिए इससे बढ़िया जगह शायद ही कोई और हो सकती है।
3: Thailand(थाईलैंड): यहां महीने का खर्चा लगभग $700-$1600 डॉलर के बीच है। नवंबर से अप्रैल यहां जाने का सबसे अच्छा समय होता है। थाईलैंड के चियांग मई में आप अपना काम शांति से कर सकते हैं।
4: Vietnam(वियतनाम): यहां पर महीने का खर्चा $500-$1000 डॉलर है। यहां पर इंटरनेट काफी बढ़िया है। और यहां के स्ट्रीट फूड काफी अच्छे होते हैं। यहां जाने का बढ़िया समय दिसंबर से अप्रैल के बीच है।
5: Portugal( पुर्तगल): पुर्तगाल का मौसम हमेशा से ही काफी अच्छा होता है। यह अपने सुंदर लैंडस्केप के लिए जाना जाता है। लिस्बन और पोर्तो कुछ अच्छे समुदाय के लोगों के रहने की जगह है। यहां पर महीने का खर्चा लगभग $1200-$2200 डॉलर होता है।
इसके अलावा मेक्सिको, कोस्टा रिका, क्रोएशिया, स्पे, जर्मनी, कोलंबिया, बुल्गेरिया आदि जगहें भी डिजिटल नोमेड्स को आकर्षित करती हैं।
निष्कर्ष
डिजिटल नोमाडिज्म लोगों का आधुनिक तरीका है जीवन जीने का। जिसकी प्रसिद्ध तेजी से इस दुनिया में फैल रही है। डिजिटल नोमाडिज्म के बहुत से फायदे हैं और चुनौतियां भी हैं। लोग काम में स्वतंत्रता और फ्लैक्सिबिलिटी ढूंढ रहे हैं, इसलिए लोगों का ध्यान इस विषय में ज्यादा जा रहा है।