भारत की 7 ऐसी खूबसूरत जगहें जहां होती है कम भीड़ भाड़

भारत में यात्रा के लिए बहुत से लोकप्रिय स्थान हैं, लेकिन इनके अलावा कुछ ऐसे स्थान भी हैं जो अभी तक मुख्य पर्यटन स्थलों की तरह नहीं देखे जाते और ट्रैवल्स को उनके बारे में ज्यादा पता भी नहीं है। ये जगहें अनोखी, सुंदर और शांति से भरपूर हैं, जहां पर्यटक भीड़भाड़ से दूर रहकर असली भारत का अनुभव कर सकते हैं। आइए कुछ ऐसे ही छुपे हुए यात्रा स्थलों के बारे में जानते हैं:

जीरो वैली अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसीरी जिले में स्थित एक सुंदर घटी है। ज़ीरो वैली अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है। यह समुद्र तल से लगभग 1,600 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।

यहाँ की प्रमुख भाषा अपातानी है, लेकिन हिंदी और अंग्रेजी भी बोली जाती हैं। ज़ीरो वैली में मुख्यतः अपातानी जनजाति निवास करती है। उनकी संस्कृति, परंपराएँ और त्योहार यहाँ की विशेष पहचान हैं। ज़ीरो वैली के लोग कृषि करते हैं। चावल, मक्का, फल और सब्जियाँ यहाँ की प्रमुख फसलें हैं।

यह जगह अपने अद्भुत प्राकृतिक दृश्यों, हरी-भरी पहाड़ियों, प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। ज़ीरो वैली हरी-भरी पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरी हुई है। यहाँ विभिन्न प्रकार की जंगली वनस्पति और जीव-जंतु पाए जाते हैं। आसपास कई छोटे जलाशय और नदियाँ हैं, जो इस क्षेत्र की खूबसूरती को बढ़ाती हैं।

यहाँ का मौसम ठंडा और सुहावना रहता है, विशेषकर सर्दियों में, जब तापमान काफी गिर जाता है। ज़ीरो वैली ट्रैकिंग, कैम्पिंग और अन्य एडवेंचर गतिविधियों के लिए एक अच्छी जगह है। यहां पर एक प्रसिद्ध बौद्ध मठ भी है जिसका नाम तसिंग मठ है जो एक धार्मिक पर्यटन स्थल है।

माजुली असम में ब्रह्मपुत्र नदी के बीच में स्थित दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है। यह अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है। माजुली वैष्णव धर्म से जुड़ा हुआ है इसलिए यहां पर ऐसे मठ (संस्थान जहां शिष्यों को किसी धर्म की शिक्षा दी जाती है) हैं जहां वैष्णव (भगवान विष्णु की आराधना) धर्म की शिक्षा दी जाती है।

माजुली चारों तरफ से हरियाली, नदी और खूबसूरत नजारों से घिरी हुई है। यह जगह पक्षियों को देखने के लिए भी मशहूर है।माजुली की यात्रा आपको शांति और प्रकृति के करीब ले जाएगी, जहाँ आप असम की संस्कृति और सुंदरता का आनंद ले सकेंगे।

मंडावा राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित एक छोटा और खूबसूरत शहर है, जो अपनी पुरानी हवेलियों और किलों के लिए प्रसिद्ध है। इसे “ओपन आर्ट गैलरी” के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां की हवेलियों की दीवारों पर बने भित्ति चित्र बहुत खास हैं।

मांडव में स्थित किला यहां के आकर्षण का केंद्र है। इस किले से शहर का शानदार नज़ारा देखा जा सकता है, और किले के अंदर की सजावट और कला अद्भुत है। मंडावा की सुंदर हवेलियाँ और किला फोटोग्राफी के लिए एक बेहतरीन जगह है, खासकर उन लोगों के लिए जो पुरानी इमारतों और कला को पसंद करते हैं।

मंडावा की यात्रा आपको राजस्थान की समृद्ध कला, संस्कृति और इतिहास के करीब ले जाएगी, जो आपको एक अनोखा अनुभव देगी।

मेचुका, अरुणाचल प्रदेश की एक खूबसूरत और शांत घाटी है, जो पश्चिम सियांग जिले में स्थित है। मेचुका की खास बात यह है कि यह चीन की सीमा के नज़दीक स्थित है। यहां आपको बौद्ध धर्म से जुड़ी कई बातें जानने को मिलेंगी।

मचुका चारों तरफ से बर्फ से ढकी पहाड़ियों, हरी-भरी घाटियों और साफ नीले आसमान से घिरा हुआ है। यहां की नदियाँ और झरने इस जगह को और भी मनमोहक बनाते हैं।

मचुका ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग और नदी राफ्टिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों के लिए भी मशहूर है। अगर आप भीड़-भाड़ से दूर, शांत और प्राकृतिक वातावरण में समय बिताना चाहते हैं, तो मचुका एक बेहतरीन जगह है।

चोपटा उत्तराखंड का एक छोटा और खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसे “मिनी स्विट्जरलैंड” कहा जाता है। यह जगह अब तक पर्यटकों की भीड़ से दूर है, जिससे यहां की शांति और प्राकृतिक सुंदरता बरकरार है। चोपटा हिमालय की ऊँची चोटियों के शानदार नज़ारों के लिए जाना जाता है, जहां से नंदा देवी, त्रिशूल और चौखंबा जैसी चोटियाँ साफ दिखती हैं।

तुंगनाथ मंदिर भी चोपटा में स्थित है। चोपटा से तुंगनाथ की ट्रेकिंग शुरू होती है, जो दुनिया का सबसे ऊँचाई पर स्थित शिव मंदिर है। तुंगनाथ के बाद कुछ और ऊपर चढ़ने पर चंद्रशिला की चोटी है।

तुंगनाथ के बाद कुछ और ऊपर चढ़ने पर चंद्रशिला की चोटी है। यहां से पूरे हिमालय का 360-डिग्री व्यू मिलता है, जो बेहद मनमोहक होता है।

स्पीति घाटी हिमाचल प्रदेश की एक खूबसूरत और शांत जगह है, जो अपने रेगिस्तानी पहाड़ों और बर्फ से ढकी चोटियों के लिए जानी जाती है। यह घाटी लेह-लद्दाख की तरह है, लेकिन यहां पर्यटकों की भीड़ कम होती है।

स्पीति के गाँव, जैसे कि किब्बर और लांग्जा, दुनिया के सबसे ऊँचाई पर बसे हुए गाँवों में गिने जाते हैं। इन गाँवों की शांति आपको एक अलग अनुभव देती है।

स्पीति घाटी ट्रेकिंग, बाइकिंग और कैंपिंग के लिए मशहूर है। यहां के ऊँचे पहाड़ और कठिन रास्ते एडवेंचर प्रेमियों को अपनी ओर खींचते हैं। स्पीति की ऊँची पहाड़ियां, साफ नीला आसमान और बर्फीले नज़ारे इसे एक स्वर्ग जैसा बनाते हैं।

धोलावीरा गुजरात के कच्छ जिले में स्थित एक हिस्टोरिकल जगह है, जो सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा था। यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थलों में से एक है। यह हड़प्पा सभ्यता के जीवन, कला और तकनीक को समझने में मदद करता है।

धोलावीरा कच्छ के रण के पास स्थित है, जहाँ सफेद रेगिस्तान और प्रकृति की खूबसूरती देखने का मौका मिलता है। धोलावीरा की यात्रा आपको प्राचीन भारतीय इतिहास और सभ्यता के करीब लाती है, जहाँ आप हजारों साल पुरानी संस्कृति को महसूस कर सकते हैं।

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