जापान ने कैसे तोड़ा high speed internet ka record ?

जापन की राष्ट्रीय सूचना एवम संचार प्रौद्योगिकी संस्थान (NICT)के रिसर्चर्स ने एक बड़ा कारनामा कर के दिखाया है। दरसल बात जब technology या high speed internet की हो , तब जापान का नाम हमे सबसे पहले सुनने को मिलता है। NICT के फोटोनिक नेटवर्क लेबोरेटरी के रिसर्चर्स ने सामान्य फाइबर ऑप्टिक केबल (जो इन्टरनेट का आधार है) का इस्तेमाल करके 402 Tbps का high speed internet स्थापित किया है जो कि अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। अगर इस बात का अंदाजा लगाया जाए कि इतनी स्पीड कितनी है तो उद्धरण के तौर पर हम आपको बता दे कि 402 Tbps का मतलब Netflix में उपलब्ध सारी मूवीज (लगभग 4000) को वो भी उच्च रेजोल्यूशन में डाउनलोड करने में मात्र 1 मिनट का समय लगे।

यह स्पीड आपके घर में चल रही इंटरनेट स्पीड से 10 मिलियन (1 करोड़) गुना ज्यादा है।अमेरिका में डोमेस्टिक ब्रॉडबैंड की स्पीड जो की 248 Mbps है, यह स्पीड उसका 1.5 मिलियन टाइम्स ज्यादा है। बात करे अगर भारत की तो 62.22 Mbps के साथ भारत ookla speed test global index के मुताबिक 92 पायदान पर है। Jersey (278Mbps)पहले स्थान पर है। तुर्कमेनिस्तान एक ऐसा देश है जहां पर इंटरनेट स्पीड सबसे कम है जो कि 0.5 Mbps है।

इतनी ज्यादा इंटरनेट स्पीड होने से हमारा क्या फायदा है?

इतनी ज्यादा इंटरनेट स्पीड होना पूरी इंडस्ट्री को बदलने की क्षमता रखती है। पर क्या अभी इसे लोगो के लिए इस्तेमाल में लाना संभव है? अभी के लिए तो उत्तर है नहीं। आने वाले कुछ सालो में तो नहीं लेकिन बढ़ती हुई technology से ऐसा संभव हो सकता है। इतनी ज्यादा हाय इंटरनेट स्पीड कमर्शियली लोगों के लिए उपलब्ध कराना महंगा है। इसकी बैंड विथ को मैनेज करने के लिए हाई स्पीड इथरनेट पोर्ट और स्टोरेज डिवाइस की आवश्यकता पड़ती है। पर बढ़ती हुई technology से आने वाले सालो में इसका इस्तेमाल आम हो सकता है।

बात करे अगर इसके फायदे कि तो बड़े स्तर पर इसके फायदे कुछ ये है

1: फ्यूचर में हमें महासागरों के बीच हाई स्पीड डाटा ट्रांसफर देखने को मिलेगा।

2: लंबी दूरी तक ज्यादा मात्रा में डाटा भेजने के काम आता है।

3: मंगल ग्रह पर रिसर्च करने में, स्पेस टूरिज्म को बढ़ावा देने में इसका इस्तेमाल किया जाएगा।

4: स्पेस कम्युनिकेशन में रोबोट्स और इंसान के बीच कम्युनिकेशन टाइम को कम करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा।

5: अलग वेवलेंथ वाले बैंडविडथा कि आवश्यकता वाले देशों को कमी को पूरा करेगा।

जापान ने इस मुकाम को कैसे हासिल किया ?

इससे पहले भी high speed internet का रिकॉर्ड जापान के NICT के नाम ही था। पिछला रिकॉर्ड 319 Tbps का था। इतनी स्पीड प्राप्त करने के लिए जापान ने सबसे तेज प्रकार का इंटरनेट कनेक्शन जिसे full fibre (FTTP-FIBRE TO PREMISES) कहते है, उसे इस्तेमाल किया गया है जो कि ट्रेडिशनल कॉपर और DSL connection से काफी तेज है। इसके निर्माण में अलग अलग सबसे बढ़िया चीजों का इस्तेमाल किया गया है। जैसे की C और L बैंड के अलावा इसमें S बैंड का भी इस्तेमाल किया गया है। साथ ही इसमें 4 कोर वाले ऑप्टिकल फाइबर का इस्तेमाल किया गया है। इसमें erbium और thulium doped amplifier का भी इस्तेमाल सामिल है।

Technology बहुत तेजी से विकसित हो रही है। आने वाले सालो में बढ़ती technology से high speed internet accesible होगा।

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